मुजफ्फरनगर ; जनपद भर में लावारिसों की वारिस के नाम से प्रसि( क्रांतिकारी शालू सैनी समाज सेवा के साथ साथ सरकार द्वारा संचालित अभियानों को सफल बनाने के लिए आगे बढकर हिस्सा लेने से पीछे नहीं हटती। देश के प्रधानमंत्री द्वारा वातावरण की शु(ि के लिए चलाये गये अभियान एक पेड मां के नाम को सफल बनाने के लिए सामाजिक संस्था साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट ने प्रतिभाग कर वृक्ष लगाया और पेड की देख भाल करना एवं बच्चे की तरह सींच सींच कर बडा करने का आह्नान किया। वृक्षारोपण को हमें जन आंदोलन बनाना है तब ही जनसहभागिता से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प पूरा होगा। पेड लगाओ पेड बचाओ के संकल्प के साथ 20 जुलाई से यूपी में वृक्षारोपण का महा अभियान चलाया जा रहा है। अपने आसपास के लोगों को पर्यावरण की शु(ता तथा संरक्षण के लिए जागरूक करें। हमें इन राष्ट्रीय महत्व के कार्यों में सहयोग करना चाहिए। क्रांतिकारी शालू सैनी ने वृक्षारोपण के विषय में बताया कि “पेड-पौधे न केवल पृथ्वी की सुन्दरता बढाते है, बल्कि वे हमारे वातावरण के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। सच ही कहा है-पत्तों से सीखिए मस्ती में खुशी से झूमते रहना, टहनियों से सीखिए एक दूसरे को थाम कर सहारा देना”। पेड हमें स्वच्छ हवा, लकडी, फल, ईंधन, इमारती लकडी और रहने के लिए जगह जैसी महत्वपूर्ण चीजें देते हैं। इनके औषधीय और आध्यात्मिक उपयोग भी हैं। इन सभी लाभों के लिए हमें बहुत सारे पेडों की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से आजकल व्यवसायों के लिए अधिकाधिक वनों को काटा जा रहा है। इसलिए हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अधिक से अधिक पेड लगाना शुरू करें। पेड लगाने में योजना बनाना, बीज या पौधे जमीन में डालना, उन्हें पानी देना और उनकी देखभाल करना अपना कर्तव्य समझकर उनकी देखभाल करनी चाहिए। वायु प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और मानवीय कार्यों के कारण होने वाले जलवायु परिवर्तन जैसी चीजों के कारण हम गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यही कारण है कि पेड लगाना इतना महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ उस चीज के बारे में नहीं है जिसकी हमें अभी आवश्यकता है, बल्कि यह यह सुनिश्चित करने के बारे में भी है कि अगली पीढी का भविष्य अच्छा हो। उन्होने कहा कि सरल शब्दों में पेड लगाना अपने और अपने बाद आने वाले लोगों के लिए बेहतर जीवन में निवेश करने जैसा है।

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