नोट- कोई भी होम्योपैथिक दवा  चिकित्सक या राज्य सरकार द्वारा तैनात चिकित्सकों की सलाह से ही प्रयोग करें,

चारधाम यात्रा में महिलाएं कैसे रखें ख़ुद का ख़्याल?

बच्ची से लेकर बुजुर्ग तक, हर उम्र की महिला के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी ज़रूरी बातें

डॉ. रजनी गुप्ता
वरिष्ठ होम्योपैथिक विशेषज्ञ व संस्थापक, आयुजोन क्लीनिक, हरिद्वार

चारधाम यात्रा— श्रद्धा, संकल्प और शांति की यात्रा — हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को उत्तराखंड की गोद में बुलाती है। लेकिन यह यात्रा जितनी पवित्र है, उतनी ही शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण भी। खासतौर पर महिलाओं के लिए, जिनकी शारीरिक ज़रूरतें, सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ और स्वास्थ्य चुनौतियाँ कुछ अलग होती हैं।

इसलिए यह जरूरी है कि हर महिला—चाहे वह बच्ची हो या किशोरी, युवा हो या बुजुर्ग—इस यात्रा पर जाने से पहले खुद को पूरी तरह तैयार करे।

1. बच्चियाँ (6–12 वर्ष)

  • “छोटे कदम, बड़ी देखभाल”
  • खानपान: डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए पानी, नारियल पानी और हल्के स्नैक्स साथ रखें।
  • कपड़े: गर्म इनर, वाटरप्रूफ जैकेट, टोपी और मोजे साथ में हों।
  • दवा: Belladonna 200 (तेज बुखार या सिरदर्द) व Chamomilla 200 (चिड़चिड़ापन, दांत दर्द) साथ रखें।
  • टॉयलेट हाइजीन: सेनेटाइज़र, टिशू, और पोर्टेबल टॉयलेट सीट कवर ज़रूर साथ रखें।

2. किशोरियाँ (13–19 वर्ष)

  • “संकोच नहीं, सजगता ज़रूरी”
  • मासिक धर्म की तैयारी: Sanitary pads, menstrual cups या tampons, disposal bags और गुनगुने पानी की सुविधा खोजने की योजना पहले से बनाएं।
  • दवा: Pulsatilla 200 (अनियमित पीरियड्स, भावुकता) व Mag Phos 200 (मासिक दर्द) उपयोगी होती हैं।
  • भावनात्मक देखभाल: ऊँचाई और भीड़ में घबराहट सामान्य है, Aconite 200 मददगार हो सकती है।

3. युवा महिलाएँ (20–40 वर्ष)

  • “स्वास्थ्य के साथ आत्मनिर्भरता भी ज़रूरी”

  • ऊँचाई का प्रभाव: सांस फूलना, थकावट, चक्कर जैसे लक्षण सामान्य हैं। Coca 200 और Carbo Veg 200 साथ रखें।

  • स्किन केयर: धूप, धूल और ठंडी हवा से बचने के लिए सनस्क्रीन, लिप बाम और मॉइश्चराइज़र ज़रूरी हैं।

  • डायजेशन: भारी भोजन से बचें, Nux Vomica 200 गैस और अपच में बेहद असरदार है।

  • 4. प्रौढ़ महिलाएँ (41–60 वर्ष)
  • “अनुभव के साथ सतर्कता भी चाहिए”
  • हॉर्मोनल बदलाव: Sepia 200 और Lachesis 200 थकान, चिड़चिड़ापन और अनियमित पीरियड्स में मदद करती हैं।
  • नींद और स्ट्रेस: यात्रा में नींद डिस्टर्ब हो सकती है, Coffea 200 और Kali Phos 6X तनाव से राहत देती हैं।
  • ब्लड प्रेशर/डायबिटीज: रेगुलर दवाइयाँ न भूलें, और ओक्सिमीटर, BP मशीन साथ रखें।
  • 5. बुजुर्ग महिलाएँ (60 वर्ष से ऊपर)
  • “संवेदनशील शरीर के लिए सजग यात्रा”
  • जोड़ों का दर्द: Rhus Tox 200 और Bryonia 200 जोड़ों के दर्द और अकड़न में कारगर हैं।
  • ठंड और ऑक्सीजन की कमी: Arsenicum Album 200 और Carbo Veg 200 उपयोगी होती हैं।
  • मूल सलाह: अधिक भीड़ या सीढ़ियाँ चढ़ने से बचें, यात्राओं को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटें।

सभी महिलाओं के लिए सामान्य सावधानियाँ:

  • सामान्य किट: Pain balm, band-aid, ORS, थर्मामीटर, सनग्लासेस
  • भोजन: हल्का, घर का बना भोजन बेहतर है
  • सामाजिक सुरक्षा: अकेले यात्रा न करें, ग्रुप में रहें
  • रात्रि विश्राम: दिन के उजाले में यात्रा करें, रात को रुकने की सुरक्षित व्यवस्था हो

डॉ. रजनी गुप्ता की विशेष सलाह: – “महिलाओं की सहनशक्ति अद्भुत होती है, लेकिन चारधाम यात्रा में समझदारी और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। सही तैयारी, सही दवा और सही सोच से यह यात्रा सौंदर्य और संतुलन दोनों का अनुभव बन सकती है।”

तो आइए, इस बार की चारधाम यात्रा में आस्था के साथ सजगता को भी साथ लेकर चलें।
क्योंकि जब महिला स्वस्थ है — तभी उसकी श्रद्धा, सेवा और संकल्प भी संपूर्ण होते हैं।

— डॉ. रजनी गुप्ता (BHMS, CFN, DYS)
संस्थापक — आयुजोन क्लीनिक, हरिद्वार

नोट- कोई भी होम्योपैथिक दवा  चिकित्सक या राज्य सरकार द्वारा तैनात चिकित्सकों की सलाह से ही प्रयोग करें,

By admin