भारत-पाक सीमा पर तनाव के बीच आज गुरुवार रात पाकिस्तान ने जम्मू के कई इलाकों-सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अर्निया को निशाना बनाते हुए 8 मिसाइलें दागीं। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी मिसाइलों को सफलतापूर्वक हवा में ही नष्ट कर दिया। किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति का नुकसान नहीं हुआ है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, जिससे भारत की मजबूत सुरक्षा तैयारी और वास्तविक समय में जवाब देने की क्षमता का प्रमाण मिलता है।
जम्मू से मिले दृश्य दिखाते हैं कि पाकिस्तान ने कम लागत वाली, तेजी से छोड़ी जाने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जो हमास द्वारा इजराइल पर किए गए रॉकेट हमलों से काफी मिलती-जुलती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पाकिस्तान की पारंपरिक युद्ध नीति से हटकर अब “आतंकवादी शैली की रणनीति” अपनाने का संकेत है।
एक वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक ने समाचार ANI को बताया, “यह पारंपरिक सैन्य आक्रामकता नहीं है, बल्कि मानसिक भय फैलाने के लिए आतंकवादी संगठनों जैसी रणनीति है। पाकिस्तान अब युद्ध को नए ढंग से परिभाषित कर रहा है।” इस हमले से पहले खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि पिछले महीने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और हमास के कुछ सदस्यों के बीच गुप्त बैठक हुई थी। इस बैठक और अब देखी गई। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना अब आतंकवादी संगठनों जैसी गतिविधियों की ओर बढ़ रही है।
एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने बताया, “यह एक खतरनाक स्थिति है जहां राज्य और गैर-राज्य तत्वों के बीच की सीमा खत्म हो रही है। पाकिस्तान जानबूझकर सेना और आतंक की रणनीतियों को मिला रहा है।” भारत ने साफ किया है कि वह किसी प्रकार की उकसावे वाली कार्रवाई को नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन देश की संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर खतरे का उचित और ठोस जवाब दिया जाएगा। सीमा क्षेत्रों में भारतीय सशस्त्र बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। -डीडी न्यूज़