देहरादून-उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की ओर से आज राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा प्रायोजित भू-स्खलन जोखिम न्यूनीकरण योजना के तहत उत्तराखण्ड में भू-स्खलन न्यूनीकरण तथा जोखिम प्रबन्धन पर आयोजित कार्यशाला का दूसरा दिन संपन्न हुआ। आपदा प्रबन्धन विभाग के विशेषज्ञों के साथ आज लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग तथा अन्य विभागों के अधिकारियों ने मसूरी स्थित कैंपटी तथा गलोगी में चल रहे एनडीएमए द्वारा प्रायोजित भू-स्खलन जोखिम न्यूनीकरण परियोजना के अन्तर्गत भूस्खलन ट्रीटमेंट के कार्यों को मौके पर जाकर देखा। इस दौरान यूएसडीएमए के विशेषज्ञ तंद्रीला सरकार, भू-वैज्ञानिक, जेसिका टेरॉन, उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र के सहायक अभियन्ता श्री सार्थक चौधरी, राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से दीपाली जिन्दल तथा बार्डर रोड आर्गेनाइजेशन के कर्नल प्रदीप शर्मा आदि भी मौजूद रहे।