रुड़की।श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन ज्योतिष गुरुकुलम् में कथा व्यास आचार्य रमेश जी महाराज ने कहा कि कृष्ण भक्ति कलयुग में सर्वश्रेष्ठ है।भगवान कृष्ण का नाम लेने से सब का उद्धार हो जाता है।श्रीमद् भागवत श्री रामचरितमानस जीवन जीना सिखाती है,अगर उच्च कोटि के संस्कार चाहिए तो श्रीमद् भागवत जरूर सुनना चाहिए।श्री रामचरितमानस को सुनने से जीवन बदलता है।भगवान की लीलाओं का गुणगान सुनने से व्यक्ति को परमानंद की प्राप्ति होती है।काम,क्रोध,लोभ,मोह,अहंकार को छोड़कर प्रभु की शरण में जाना चाहिए।श्रीकृष्ण और श्रीराम की शरण में जाना चाहिए,जिससे जीवन में शांति प्राप्त होती है।कलयुग में अशांति है।संसार में रोग है,विवाद है,हर कोई परेशान है।उसका निवारण श्रीकृष्ण भक्ति है।आचार्य रमेश सेमवाल जी महाराज ने श्रीकृष्ण रुक्मणि विवाह का वर्णन किया।रुक्मणी जी ने अपने पिता से कहा मुझे श्रीकृष्ण से ही विवाह करना है।संसार में और किसी से विवाह नहीं करना है,क्योंकि रुक्मणी जी जानती हैं,जो परमात्मा से जुड़ जाता है।उसी का कल्याण होता है।रुक्मणी जी और भगवान कृष्ण का विवाह हुआ।भगवान का आध्यात्मिक विवाह होता है।संसार के लोगों को भी भगवान से जुड़ जाना चाहिए,जिस प्रकार रुक्मणी जी ने सबको ठुकराया।शिशुपाल को ठुकराया और भगवान कृष्ण को अपनाया।इस प्रकार हम सबको भगवान से जुड़ जाना चाहिए,जो भगवान से जुड़ जाता उसकी परम गति प्राप्त होती है।उन्होंने कहा कि पितृपक्ष में भागवत कथा सुनने से सबका कल्याण होता है।पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है,हमें निरंतर प्रभु की भक्ति करनी चाहिए।परमात्मा हम सब का कल्याण करेंगे।कथा में निवर्तमान मेयर गौरव गोयल,समाजसेवी भारत भूषण शर्मा,व्यापारी नेता
अरविंद कश्यप,पंडित सचिन शास्त्री,पंडित रोहित शर्मा,पंडित आदित्य शर्मा,पंडित अनुज शर्मा,पंडित प्रवीण नौटियाल,पार्षद जेपी शर्मा,देवेंद्र शर्मा,राधा भटनागर,सुलक्षणा सेमवाल,चित्रा गोयल,अदिति सेमवाल, इमरान देशभक्त आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।