वरिष्ठ जन सम्मान है तभी भारतीय संस्कृति जीवित है।-अनंत मेहरा नोडल अधिकारी जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र

देहरादून-समाज कल्याण विभाग देहरादून द्वारा मनाया गया वृद्ध जन दिवस।-आज के के एम बस्ती में 60 से अधिक कुष्ठ बाधित दिव्यांग जन परिवार के बीच वरिष्ठ जन सम्मान कार्यक्रम का आयोजन समाज कल्याण विभाग देहरादून द्वारा किया गया। इस दौरान वरिष्ठ जनों का सम्मान किया गया तथा उनको फल फूल आदि खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई।
ऐसे में सहायक समाज कल्याण अधिकारी देहरादून आकाशदीप ने समाज कल्याण से संबंधित विभिन्न योजनाओं को वृद्ध जनों के समक्ष रखा। ऐसे में 02 वृद्ध जनों की पेंशन की समस्या जबकि जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र द्वारा 04 वरिष्ठ दिव्यांग जनों की विशिष्ट दिव्यांग पहचान पत्र (यू०डी०आई०डी०) की समस्या का निस्तारण भी किया गया
जबकि कार्यक्रम में पहुंचे अनंत प्रकाश मेहरा नोडल अधिकारी जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून (संचालक- मुनीशाभा सेवा सदन पुनर्वास संस्थान) ने उपस्थित सभी वरिष्ठ जनों को इस मौके पर शुभकामनाएं देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हर साल 1 अक्टूबर को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर, 1990 को इस दिन की घोषणा की थी। इस दिन को मनाने के पीछे कई मकसद हैं। वृद्धावस्था तक पहुंचने वाले लोगों की संख्या में तेजी से वृद्धि, जीवन भर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, बीमारियों की रोकथाम और उपचार के महत्व को रेखांकित करती है। वृद्ध आबादी वाले समाजों में, वृद्ध व्यक्तियों की बढ़ती संख्या के साथ तालमेल बिठाना अनिवार्य हो जाता है, जिनके पास विभिन्न प्रकार के अनुभव एवं कार्यात्मक क्षमताएँ होती हैं। समाज की युवा पीढ़ी को उनके अनुभवों का उपयोग कर अपनी संस्कृति और समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने सभी युवाओं को वरिष्ठ जन सम्मान करने के लिए आह्वान किया तथा वरिष्ठ जन सम्मान प्रतिज्ञा भी सभी उपस्थित जनों के द्वारा की गई।
कार्यक्रम में केकेएम बस्ती के 60 वर्ष से अधिक आयु के 40 वरिष्ठ जनों के अतिरिक्त परिवार के युवाओं ने भी प्रतिभागी किया इस दौरान जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र से अनुराधा, उमेश ग्रोवर तथा समाज कल्याण विभाग से सहायक समाज कल्याण अधिकारी मोहित सिंह एवं आकाशदीप उपस्थित रहे।

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