होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ. रजनी गुप्ता की सलाह
देवभूमि उत्तराखंड में जैसे ही वसंत की हवा बहती है, धार्मिक आस्था अपने चरम पर पहुँच जाती है। अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा — यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ — न सिर्फ एक आध्यात्मिक अनुभव है, बल्कि शारीरिक रूप से भी बेहद चुनौतीपूर्ण यात्रा है। ऊँचाई, ठंड, ऑक्सीजन की कमी और मौसम की अनिश्चितता के कारण हर साल हज़ारों श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में, तैयारी जितनी धार्मिक हो, उतनी ही चिकित्सकीय भी होनी चाहिए।
यात्रा से पहले जान लें: स्वास्थ्य की 5 जरूरी बातें
1. मेडिकल चेकअप ज़रूर कराएं:
यदि आप 50 वर्ष से ऊपर हैं, या हृदय, श्वसन या मधुमेह के रोगी हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही यात्रा करें।
2. हाई एल्टीट्यूड पर खुद को समय दें:
पहले दिन कम दूरी तय करें। शरीर को ऑक्सीजन की कम मात्रा में समायोजित होने का समय दें।
3. पानी पीते रहें:
ऊँचाई पर पानी की कमी से डीहाइड्रेशन हो सकता है। हर घंटे थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें।
4. गर्म कपड़े और रेनकोट साथ रखें:
मौसम अचानक बदल सकता है, इसलिए शरीर को गर्म और सूखा रखना जरूरी है।
5. ज्यादा भारी भोजन न करें:
हल्का, सुपाच्य खाना लें। ज्यादा तेल और मिर्च से परहेज करें।
होम्योपैथी: छोटी डिब्बी, बड़ा सहारा
चारधाम यात्रा के दौरान अचानक होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाएं जीवन रक्षक साबित हो सकती हैं। ये दवाएं प्राकृतिक होती हैं, साइड इफेक्ट रहित होती हैं, और ऊँचाई पर शरीर को जल्दी प्रतिक्रिया देती हैं।
डॉ. रजनी गुप्ता द्वारा अनुशंसित “चारधाम होम्योपैथिक किट”:
1. Arnica Montana 200
उपयोग: थकावट, मांसपेशियों में खिंचाव, गिरने या चोट लगने पर
कैसे लें: दिन में 2 बार, ज़रूरत अनुसार
2. Cocculus Indicus 200
उपयोग: वाहन यात्रा में उल्टी, चक्कर, मोशन सिकनेस
कैसे लें: यात्रा शुरू होने से 30 मिनट पहले
3. Carbo Veg 200
उपयोग: ऑक्सीजन की कमी, अत्यधिक कमजोरी, सिर चकराना
कैसे लें: आपातकाल में 15-15 मिनट के अंतराल पर 3-4 बार
4. Aconite Napellus 200
उपयोग: अचानक बुखार, तेज सर्दी लगना, घबराहट
कैसे लें: लक्षण दिखते ही दिन में 3 बार
5. Belladonna 200
उपयोग: सिरदर्द, सूरज की गर्मी से चक्कर आना
कैसे लें: दिन में 2 बार
6. Nux Vomica 200
उपयोग: भारी भोजन, गैस, अपच, कब्ज
कैसे लें: रात को सोते समय
7. Arsenicum Album 200
उपयोग: खाने-पीने से होने वाली फूड पॉइज़निंग, दस्त, उल्टी
कैसे लें: हर दो घंटे में जब तक राहत न मिले
अतिरिक्त सुझाव:
एक थर्मल वाटर बॉटल, थोड़ा ग्लूकोज़ पाउडर, और डिजिटल थर्मामीटर भी साथ रखें
यदि कोई पुरानी बीमारी है, तो अपनी रेगुलर दवाइयाँ और डॉक्टर का पर्चा ज़रूर साथ रखें
BP मशीन और Oximeter बड़े काम आ सकते हैं
आस्था के साथ समझदारी भी जरूरी
चारधाम यात्रा आत्मा के उत्थान का अवसर है, लेकिन यह शरीर की परीक्षा भी है। यदि आप तैयार हैं — मानसिक रूप से, शारीरिक रूप से और चिकित्सकीय रूप से — तो यह यात्रा न केवल सफल बल्कि सुखद भी बन सकती है।
होम्योपैथी के छोटे-छोटे उपाय बड़ी राहत ला सकते हैं — बिना किसी साइड इफेक्ट के। अधिक अच्छा होगा कि इन दवाइयां को साथ रखें और होम्योपैथिक चिकित्सक की सलाह करके अथवा यात्रा के दौरान कोई भी सुयोग्य चिकित्सक मिले तो उसे सलाह करके मेडिसिन लेंगे तो अधिक उचित होगा।
तो इस बार चारधाम जाएँ — श्रद्धा के साथ, सजगता के साथ।
— डॉ. रजनी गुप्ता (BHMS, CFN, DYS)
संस्थापक — आयुजोन क्लीनिक, हरिद्वार